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बिलदद का अय्यूब को तिसरा जवाब
1 तब बिलदद सूखी ने जवाब दिया
2 “हुकूमत और दबदबा उसके साथ है
वह अपने बुलन्द मक़ामों में अमन रखता है।
3 क्या उसकी फ़ौजों की कोई ता'दाद है?
और कौन है जिस पर उसकी रोशनी नहीं पड़ती?
4 फिर इंसान क्यूँकर ख़ुदा के सामने रास्त ठहर सकता है?
या वह जो 'औरत से पैदा हुआ है क्यूँकर पाक हो सकता है?
5 देख, चाँद में भी रोशनी नहीं,
और तारे उसकी नज़र में पाक नहीं।
6 फिर भला इंसान का जो महज़ कीड़ा है,
और आदमज़ाद जो सिर्फ़ किरम है क्या ज़िक्र।”