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सात सेवक
1 ओहि समय मे जखन शिष्यक संख्या बढ़ि रहल छल तँ यूनानी भाषी यहूदी सभ इब्रानी भाषी यहूदी सभ पर कुड़बुड़ाय लागल जे सभ दिन जखन भोजन वला वस्तु सभ बाँटल जाइत अछि तँ यूनानी विधवा सभ पर ठीक सँ ध्यान नहि देल जाइत अछि। 2 तखन सभ शिष्य केँ बारहो मसीह-दूत सभ बजा कऽ कहलथिन, “ई उचित नहि होयत जे हम सभ परमेश्वरक वचनक शिक्षा देनाइ छोड़ि कऽ खुअयबा-पिअयबा मे लागि जाइ। 3 तेँ यौ भाइ लोकनि, अहाँ सभ अपना मे सँ सात गोटे केँ चुनि कऽ दिअ जे पवित्र आत्मा सँ परिपूर्ण और सच्चरित्र आ नीक बुद्धिक होथि। हम सभ हुनका सभ केँ एहि काजक भार दऽ देबनि 4 आ अपने हम सभ प्रार्थना और परमेश्वरक वचनक शिक्षाक काज मे लागल रहब।”
5 एहि विचार सँ सभ केओ प्रसन्न भेल आ ओ सभ स्तिफनुस जे पवित्र आत्मा आ विश्वास सँ परिपूर्ण छलाह, और फिलिपुस, प्रुखुरुस, निकानोर, तीमोन, परमिनास और अन्ताकिया निवासी निकुलाउस जे यहूदी धर्म स्वीकार कयने छलाह तिनका सभ केँ चुनलकनि। 6 तकरबाद ओ सभ हुनका सातो गोटे केँ मसीह-दूत सभक सामने आनि देलकनि। ई सभ प्रार्थना कयलनि आ हुनका सभ पर हाथ राखि ओहि काजक लेल नियुक्त कयलनि।
7 एहि तरहेँ परमेश्वरक वचन पसरैत गेल। यरूशलेम मे शिष्यक संख्या बहुत बढ़ि गेल और बहुत यहूदी पुरोहित सभ सेहो वचन स्वीकार कऽ आज्ञाकारी बनि प्रभु पर विश्वास कयलनि।
स्तिफनुस पकड़ल गेलाह
8 स्तिफनुस परमेश्वरक कृपा आ सामर्थ्य सँ परिपूर्ण भऽ लोकक बीच बड़का-बड़का अद्भुत काज आ चमत्कारपूर्ण चिन्ह सभ देखबैत छलाह। 9 मुदा किछु यहूदी सभ हिनकर विरोध करऽ लागल। ओ सभ “मुक्त लोकक सभाघर” नामक समूहक सदस्य सभ, कुरेन और सिकन्दरिया नगर आ किलिकिया और आसिया प्रदेशक निवासी सभ छल। ओ सभ स्तिफनुस सँ वाद-विवाद करऽ लागल 10 मुदा पवित्र आत्मा हिनका बाजऽ काल मे ततेक नीक बुद्धि देलथिन जे ओ सभ हिनका सामने मे नहि टिकि सकल। 11 तखन ओ सभ किछु लोक केँ गुप्त रूप सँ चढ़ा-बढ़ा कऽ सिखौलक जे अहाँ सभ कहू जे हम सभ एकरा मूसा आ परमेश्वरक निन्दा करैत सुनलहुँ। 12 एहि तरहेँ ओ सभ जनता, बूढ़-प्रतिष्ठित लोकनि आ धर्मशिक्षक सभ केँ बहका देलक और ओ सभ मिलि कऽ स्तिफनुस केँ पकड़ि लेलकनि आ धर्म-महासभाक सामने अनलकनि। 13 ओ सभ झुट्ठा गवाह सभ पेश कऽ कऽ कहबौलक जे, “ई आदमी सदिखन अपना सभक पवित्र मन्दिर आ धर्म-नियमक विरोध मे बजैत अछि 14 कारण हम सभ एकरा एहि तरहेँ कहैत सुनलहुँ जे, ‘ई नासरतक यीशु एहि मन्दिर केँ ढाहि देताह और मूसा द्वारा देल गेल प्रथा सभ केँ बदलि देताह।’ ” 15 महासभा मे बैसल लोक सभ जखन स्तिफनुसक दिस तकलनि तँ देखलनि जे हुनकर मुँह स्वर्गदूतक मुँह जकाँ देखाइ दऽ रहल अछि।