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1 यूहन्‍ना
जीवनक वचन
इजोत मे चली
संसार सँ प्रेम नहि करू
“मसीह-विरोधी” सँ सावधान
परमेश्‍वरक सन्‍तान
एक-दोसर सँ प्रेम करी
सत्‍यक आत्‍मा आ झूठक आत्‍मा
प्रेम की अछि?
परमेश्‍वरक पुत्र पर विश्‍वास